8th Pay Commission: कर्मचारी महासंघ ने PM Modi से की बड़ी मांग, Actionable 5 साल में गठित हो आयोग!

8th Pay Commission:

8th Pay Commission: केंद्रीय कर्मचारियों के महासंघ ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को पत्र लिखकर आठवें वेतन आयोग (8th Pay Commission) के गठन की मांग की है। महासंघ ने सुझाव दिया है कि वेतन आयोग हर दस साल के बजाय अब हर पांच साल में गठित किया जाए, ताकि कर्मचारियों की वेतन संरचना समयानुसार अद्यतित रह सके।

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महंगाई और वेतन पुनरीक्षण की आवश्यकता

8th Pay Commission: महासंघ के अनुसार, केंद्रीय कर्मचारियों का वेतन आखिरी बार 1 जनवरी 2016 को संशोधित हुआ था। तब से अब तक महंगाई भत्ता 53% से अधिक हो गया है। कोविड-19 महामारी के बाद महंगाई में और वृद्धि हुई है, जिससे कर्मचारियों की क्रय शक्ति प्रभावित हुई है। बढ़ती महंगाई और आर्थिक परिस्थितियों के मद्देनजर, वेतन पुनरीक्षण की आवश्यकता और भी महत्वपूर्ण हो गई है।

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हर पांच साल में वेतन आयोग की मांग

8th Pay Commission: महासंघ का मानना है कि केंद्रीय कर्मचारियों का वेतन ऐसा होना चाहिए कि देश की प्रतिभाएं सरकारी सेवाओं की ओर आकर्षित हों। इसलिए, वेतन आयोग का गठन हर पांच साल में किया जाना चाहिए, ताकि वेतन संरचना समयानुसार अद्यतित रह सके और कर्मचारियों की जीवन गुणवत्ता में सुधार हो।

समय पर प्रक्रिया शुरू करने की आवश्यकता

8th Pay Commission: वेतन आयोग के गठन और उसकी सिफारिशों के कार्यान्वयन में समय लगता है। पिछली बार रिपोर्ट तैयार करने में आयोग को दो साल लगे थे और सरकार को इसे लागू करने में छह महीने से अधिक का समय लगा था। इसलिए, समय पर प्रक्रिया शुरू करना आवश्यक है, ताकि 1 जनवरी 2026 से वेतन पुनरीक्षित हो सके।

8th Pay Commission: यदि आठवां वेतन आयोग गठित होता है, तो यह केंद्रीय कर्मचारियों की वेतन संरचना में सुधार के साथ-साथ उनकी जीवन गुणवत्ता में भी सुधार करेगा। महासंघ की मांग है कि आयोग का गठन शीघ्र किया जाए, ताकि 1 जनवरी 2026 से वेतन पुनरीक्षित हो सके और कर्मचारियों को महंगाई के प्रभाव से राहत मिल सके।

वेतन आयोगों का इतिहास

8th Pay Commission: भारत में अब तक सात वेतन आयोग गठित हो चुके हैं, जिनका उद्देश्य केंद्रीय सरकारी कर्मचारियों की वेतन संरचना में सुधार करना रहा है।

वेतन आयोग गठन वर्ष सिफारिशों का कार्यान्वयन वर्ष मुख्य सिफारिशें
पहला 1946 1946 वेतन संरचना में सुधार
दूसरा 1957 1959 वेतन वृद्धि और भत्तों में संशोधन
तीसरा 1970 1973 वेतनमान में वृद्धि
चौथा 1983 1986 महंगाई भत्ते में संशोधन
पांचवां 1994 1997 वेतन संरचना में व्यापक सुधार
छठा 2006 2008 वेतनमान में महत्वपूर्ण वृद्धि
सातवां 2014 2016 न्यूनतम वेतन में वृद्धि और भत्तों में संशोधन

 

आठवें वेतन आयोग की संभावनाएं

8th Pay Commission: यदि आठवां वेतन आयोग गठित होता है, तो यह केंद्रीय कर्मचारियों की वेतन संरचना में सुधार के साथ-साथ उनकी जीवन गुणवत्ता में भी सुधार करेगा। महासंघ की मांग है कि आयोग का गठन शीघ्र किया जाए, ताकि 1 जनवरी 2026 से वेतन पुनरीक्षित हो सके और कर्मचारियों को महंगाई के प्रभाव से राहत मिल सके।

निष्कर्ष

8th Pay Commission: केंद्रीय कर्मचारियों के महासंघ द्वारा प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को लिखे गए पत्र में आठवें वेतन आयोग के शीघ्र गठन और वेतन आयोगों के गठन की अवधि को दस साल से घटाकर पांच साल करने की मांग की गई है। बढ़ती महंगाई और आर्थिक परिस्थितियों के मद्देनजर, यह मांग कर्मचारियों की जीवन गुणवत्ता में सुधार के लिए महत्वपूर्ण है। अब देखना होगा कि सरकार इस पर क्या निर्णय लेती है और कर्मचारियों की उम्मीदों पर कितना खरा उतरती है।

8th Pay Commission: केंद्रीय कर्मचारियों के महासंघ ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को पत्र लिखकर आठवें वेतन आयोग (8th Pay Commission) के गठन की मांग की है। महासंघ ने सुझाव दिया है कि वेतन आयोग हर दस साल के बजाय अब हर पांच साल में गठित किया जाए, ताकि कर्मचारियों की वेतन संरचना समयानुसार अद्यतित रह सके।

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