Maharashtra News, महाराष्ट्र की राजनीति में ताज़ा मोड़ आ चुका है, जब MVA के 6 उम्मीदवारों ने हाल ही में हुए विधानसभा चुनावों में महायुति उम्मीदवारों की जीत को बंबई हाई कोर्ट में चुनौती दी। इन उम्मीदवारों का आरोप है कि चुनाव प्रक्रिया में कई धोखाधड़ी और गलतियां हुईं, जिनकी वजह से उनकी हार हुई।
MVA के हारे उम्मीदवारों की याचिकाएं
इन 6 उम्मीदवारों में शामिल हैं:
- Prashant Jagatap (HADAPSAR, Pune City)
- Mahesh Kothe (Solapur City North)
- Ajit Gawane (Bhosari, Pune)
- Naresh Manera (Owala Majiwada, Thane City)
- Sunil Chandrakant Bhusara (Vikramgad, Palghar District)
- Manohar Madhavi (Thane)
इन उम्मीदवारों ने High Court में अपनी याचिकाएं दायर कर, चुनाव प्रक्रिया में धोखाधड़ी, धार्मिक आधार पर वोटिंग, नकदी का वितरण, और EVM के दुरुपयोग जैसे गंभीर आरोप लगाए हैं।
MVA ने आरोप लगाए
इन याचिकाओं में मुख्य रूप से जो आरोप लगाए गए हैं, वे निम्नलिखित हैं:
- Voter list fraud (मतदाता सूची में धोखाधड़ी)
- Lack of transparency in Election Commission (निर्वाचन आयोग द्वारा चुनाव संबंधी दस्तावेज़ की पारदर्शिता की कमी)
- Use of religion for votes (वोट के लिए धर्म का इस्तेमाल)
- Cash distribution during elections (चुनाव के दौरान नकदी वितरण)
- Manipulation of EVMs (EVMs का दुरुपयोग)
इसके अलावा, याचिकाओं में यह भी अनुरोध किया गया है कि Election Commission को CCTV footage और चुनाव से जुड़े दस्तावेज़ों की पारदर्शिता सुनिश्चित करनी चाहिए।
महायुति की जीत और MVA की हार
महाराष्ट्र में महायुति (BJP, Shiv Sena, NCP) के नेतृत्व वाले गठबंधन ने 288 सदस्यीय विधानसभा में 230 सीटों पर जीत दर्ज की। वहीं, MVA (Congress, Shiv Sena- Uddhav, NCP- Sharad Pawar) को केवल 46 सीटें ही मिलीं।
क्या हो सकता है अगले चुनावों में?
हाई कोर्ट में दायर की गई याचिकाओं के बाद, यह देखना दिलचस्प होगा कि क्या MVA के उम्मीदवारों को अदालत से राहत मिलती है और क्या महायुति की जीत को अमान्य घोषित किया जाता है या नहीं। यदि ऐसा होता है, तो महाराष्ट्र में दोबारा चुनाव की संभावना बन सकती है।